
वाराणसी. शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर आईएएस अधिकारियों के तबादले किए गए थे। इनमें वाराणसी के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा को प्रयागराज का कमिश्नर नियुक्त किया गया था। वाराणसी का नया डीएम एस. रजलिंगम को बनाया गया था। लेकिन एक दिन भी नहीं बीता था और रात में ही कौशल राज शर्मा को वाराणसी का जिलाधिकारी दोबारा बना दिया गया। इस फैसले से ज्यादा लोगों को हैरत नहीं हुई। हालांकि केवल उन्हीं के तबादले को रोकना लोगों में जिज्ञासा का विषय रहा।
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पीएम मोदी कर चुके हैं सम्मानित-
वाराणसी के पहले कोशल राज शर्मा लखनऊ के जिलाधिकारी थे। मूल रूप से वह हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले है। वे 2006 बैच के आईएएस अफसर हैं। 2019 में उन्हें प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के जिलाधिकारी का पद सौंपा गया। वह काशी के 57वें जिलाधिकारी रहे। इस दौरान उन्होंने कई कार्य किए जिसकी प्रधानमंत्री मोदी ने भी उन्हें सम्मानित किया।वह चाहे कोविद प्रबंधन की बात है चाहे काशी में घाटों की सुंदरता के बढ़ाने का कार्य हो।
कोविड प्रबंधन रहा शानदार-
कोरोना संकट के दौरान उन्होंने बतौर डीएम बढ़िया प्रबंधन किया। लोगों को दिक्कत न हो इसका उन्होंने भरपूर ध्यान रखा। साथ ही काशी विश्वनाथ धाम के निर्माण के साथ-साथ कई जनोपयोगी परियोजनाओं को उन्होंने धरातल पर उतारा। पीएम स्वनिधि योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद सम्मानित किया था।