
वाराणसी. नोएडा के बाद अब वाराणसी के ‘श्रीकांत त्यागी’ के खिलाफ गुरुवार को कार्रवाई हुई है। भाजपा उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश सिंह उर्फ अखंड प्रताप सिंह ने वाराणसी के वरुणा एनक्लेव की जमीन पर कब्जा कर अपना निजी दफ्तर बना रखा था, जिसके खिलाफ सोसाइटी की महिलाएं लगातार आवाज उठा रही थीं। यूपी सरकार तक यह आवाज पहुंची और निजी दफ्तर को बुलडोजर से ध्वसत कर दिया गया है। इससे महिलाओं काफी खुश हैं और सीएम योगी का धन्यवाद कर रही हैं।
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सिकरौल स्थित वरुणा एंक्लेव सोसाइटी में रह रही महिलाओं का आरोप था कि जहां कार्यालय खोला गया है वहां पहले कॉलोनी का गेट था। सड़क को चौड़ी करने के चक्कर में कॉलोनी की बाउंड्री पीछे करनी पड़ी। सोसाइटी की रहने वाली आराधना सिंह ने बताया कि पहले केंद्रीय मंत्री के करीबी भाजपा नेता ने खाली पड़ी जमीन पर शौचालय बनवाने के लिए कहा था, लेकिन बाद में अपना खुद का कार्यालय खोल दिया। मंगलवार को कुछ महिलाओं ने नेता की तुलना श्रीकांत त्यागी से करते हुए विरोध प्रदर्शन भी किया था।
आरोपी नेता ने कहा- छवि खराब करने की हो रही कोशिश-
अपनी सफाई में भाजपा जिला उपाध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह ने बताया था कि उन पर मनगढ़ंत आरोप लगाए जा रहे हैं, जिससे उनकी छवि को खराब किया जा सके। कहा कि उक्त जमीन पर 25 साल से काबिज हैं, उसका कुछ हिस्सा सड़क चौड़ीकरण में चला गया। इससे संबंधित अभिलेख को जिलाधिकारी व वीडीए वीसी को सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि अगर आरोप साबित हुए तो वह राजनीति से सन्यास ले लेंगे। अब इस कार्रवाई के बाद वह क्या करते हैं, यह देखने लायक होगा।