लखनऊ. UP Elections 5th Phase Voting– यूपी विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण के लिए 27 फरवरी को 12 जिलों की 61 विधानसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो गया। रविवार को इस चरण में 57.26 फीसदी मतदान हुआ है। इस चरण में रामनगरी अयोध्या से लेकर प्रयागराज और चित्रकूट जैसी धार्मिक नगरी में चुनाव था। राम मंदिर मुद्दे के साथ ही आस्था की परख भी इसी चरण में होगी। 2017 में बीजेपी ने अयोध्या की सभी पांच सीटें जीती थीं। इस बार बीजेपी के लिए अपना ‘दुर्ग’ बचाए रखने की चुनौती है तो सपा, बसपा और कांग्रेस की सत्ता में वापसी इस चरण में प्रदर्शन पर निर्भर करेगी। 2017 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने इस चरण की 61 में 47 सीटें जीती थीं जबकि सहयोगी अपना दल ने 03 सीटें जीती थीं। इसके अलावा बसपा को 05, सपा को 03 और कांग्रेस को 01 सीट मिली थी। 27 सीटों पर सपा, 14 पर बसपा, 11 पर कांग्रेस, 07 सीटों पर बीजेपी और 02 सीटों पर अपना दल दूसरे नंबर पर रही थी। सूबे के बदले हुए सियासी समीकरणों के बीच बीजेपी के सामने पिछली बार की तरह नतीजे दोहराना आसान नहीं दिख रहा है तो सपा गठबंधन के लिए भी चुनौतियों का पहाड़ है।
योगी के डिप्टी सहित छह मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
पांचवें चरण में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत योगी आदित्यनाथ कैबिनेट के 6 मंत्री चुनाव मैदान में हैं। केशव प्रसाद मौर्य जहां कौशांबी के सिराथू से चुनाव मैदान में हैं वहीं, कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह प्रतापगढ़ की पट्टी से, सिद्धार्थनाथ सिंह इलाहाबाद पश्चिम से, नंदगोपाल नंदी इलाहाबाद दक्षिण से, रमापति शास्त्री मनकापुर से चुनाव लड़ रहे हैं जबिक राज्य मंत्री चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय चित्रकूट सदर सीट से उम्मीदवार हैं। पूर्व मंत्रियों में अवधेश प्रसाद, तेजनारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय, कुंडा से रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया प्रमुख हैं। पांचवें चरण में 693 उम्मीदवार हैं चुनाव मैदान में हैं।
प्रियंका के सामने अमेठी-रायबरेली बचाने की चुनौती
अमेठी कांग्रेस का गढ़ है, लेकिन 2017 के विस चुनाव में यह किला ढह गया था। यहां से कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई थी। तीन सीटें भाजपा और एक सपा ने जीती थी। इतना ही 2019 के लोकसभा चुनाव में खुद राहुल गांधी यहां से चुनाव हार गये थे। इसके अलावा इस चरण में रायबरेली जिले की सलोन विधानसभा सीट पर भी चुनाव होना है। इस बार प्रियंका गांधी यहां लगातार सक्रिय और जीत के दावे कर रही हैं, लेकिन यहां कांग्रेस की वापसी किसी चुनौती से कम नहीं है।
प्रतापगढ़ में राजा भैया की अग्निपरीक्षा
रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से अब तक लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं। इस बार उनके सामने समाजवादी पार्टी ने बाहुबली गुलशन यादव को टिकट दिया है जो कभी राजा भैया का दाहिना हाथ थे। डेढ़ दशक में ऐसा पहली बार है जब समाजवादी पार्टी ने अपना उम्मीदवार उतारा है।
इनकी भी प्रतिष्ठा दांव पर
बाराबंकी की जैदपुर सीट के कांग्रेस के दिग्गज नेता पीएल पुनिया के तनुज पुनिया चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें जिताने के लिए पीएल पुनिया लगातार सक्रिय हैं। मुलायम सिंह यादव के साथ रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय बेनी प्रसाद वर्मा के पुत्र राकेश वर्मा बाराबंकी की कुर्सी विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं। उनके सामने पिता की विरासत को आगे ले जाने की चुनौती है। बाराबंकी की ही दरियाबाद से सपा के टिकट पर पूर्व मंत्री अरविंद से गोप चुनाव मैदान में हैं। अमेठी से पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति की पत्नी महाराजी देवी चुनाव लड़ रही हैं।
बहराइच की दो सीटों पर पति-पत्नी लड़ रहे हैं चुनाव
बहराइच जिले की दो सीटों पर पति-पत्नी चुनाव लड़ रहे हैं। अगर दोनों जीते तो एक घर में दो विधायक होंगे। समाजवादी पार्टी ने मटेरा विधानसभा सीट से अपने विधायक यासिर शाह की पत्नी मारिया शाह को टिकट दिया है, जबकि खुद यासिर शाह बहराइच सदर सीट से उम्मीदवार हैं।
इन जिलों में मतदान
अमेठी, रायबरेली, सुलतानपुर, चित्रकूट, प्रतापगढ़, कौशांबी, प्रयागराज, बाराबंकी, अयोध्या, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा।
61 विधानसभा सीटें
तिलोई, सलोन (सु), जगदीशपुर (सु), गौरीगंज, अमेठी, इसौली, सुल्तानपुर, सदर, लंभुआ, कादीपुर (सु), चित्रकूट में, मानिकपुर, रामपुर खास, बाबागंज (सु), कुंडा, विश्वनाथगंज, प्रतापगढ़, पट्टी, रानीगंज, सिराथू, मंझनपुर (सु), चायल, फाफामऊ, सोरावं (सु), फूलपुर, प्रतापपुर, हंडिया, मेजा, करछना, इलाहाबाद पश्चिम, इलाहाबाद उत्तर, इलाहाबाद दक्षिण, बारा (सु), कोरावं (सु), कुर्सी, रामनगर, बाराबंकी, जैदपुर (सु), दरियाबाद, रूदौली, हैदरगढ़ (सु), मिल्कीपुर (सु), बीकापुर, अयोध्या, गोसाईगंज, बलहा (सु), नानपारा, मटेरा, महसी, बहराइच, पयागपुर, कैसरगंज, भिनगा, श्रावस्ती, मेहनौन, गोंडा, कटरा बाजार, कर्नलगंज, तरबगंज, मनकापुर (सु) और गौरा।