
Ukraine Russia War के नौंवे दिन रूसी सेना की गोलीबारी से जपोजिरिया एटमी प्लांट में आग लग गई है। हालांकि निदेशक अलेक्जेंडर स्टारुख ने कहा कि प्लांट सुरक्षित है। रूसी सेना ने गोलीबारी के बाद एडमिन और कंट्रोल बिल्डिंग में कब्जा कर लिया है। लेकिन, वे यूक्रेनी बचाव दल के फायर फाइटर्स को प्लांट में जाने से रोक रहे हैं। अमेरिका के प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने रूस से बात करके जपोरिजिया में इमरजेंसी रिस्पॉन्डर्स को अंदर जाने की परमिशन देने की अपील की है।
यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने शुक्रवार सुबह बताया कि रूसी सेना यूरोप के सबसे बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट जपोरिजिया पर चारों तरफ से गोलीबारी की। प्लांट में आग पहले ही भड़क चुकी है। अगर इसमें ब्लास्ट होता है, तो यह चेरनोबिल से 10 गुना बड़ा होगा। जहां 6 न्यूक्लियर रिएक्टर हैं।
नागरिकों को सुरक्षित निकालने पर सहमति
नागरिकों को युद्ध क्षेत्र से सुरक्षित निकालने के दावे पर रूस और यूक्रेन के बीच सहमति बन गई है। इसको लेकर गुरुवार को बेलारूस में बैठक हुई थी। इस बीच रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को नसीहत देते हुए कहा कि उसे नाटो में शामिल होने की अपनी कोशिश छोड़कर खुद को तटस्थ घोषित कर देना चाहिए।
ऑपरेशन गंगा ने पकड़ी रफ्तार
यूक्रेन पर बढ़ते रूसी हमलों के बीच ऑपरेशन गंगा ने भी रफ्तार पकड़ ली है। 48 घंटों के भीतर 07 हजार भारतीयों को यूक्रेन से वापस लाया जाएगा। आज ये सभी उड़ानें आ जाएंगी। इस बीच पौलेंड में भारतीयों को लेने गए रिटायर जनरल वीके सिंह ने जानकारी दी कि कीव में एक और भारतीय छात्र को गोली लगी है, जिसका इलाज चल रहा है।