
नई दिल्ली. Turkey Syria Earthquakes- तुर्की और सीरिया में भूकंप के झटकों और उसके बाद मची तबाही से मरने वालों की संख्या 8000 के आंकड़े को पार कर गई है। मृतकों की संख्या में अभी और इजाफा हो सकता है, क्योंकि मलबों से लोगों को निकालने का काम अभी तक जारी है। अमेरिकी न्यूज चैनल CNN के मुताबिक, तुर्की और सीरिया में 40 हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। हजारों इमारतें भी धराशायी हुई हैं। तुर्की-सीरिया में 24 घंटे में भूकंप के 7 विनाशकारी झटकों ने सब-कुछ तहस-नहस कर दिया। सोमवार को चार बड़े झटकों के बाद मंगलवार को भी रिक्टर पैमाने पर 5 से ज्यादा तीव्रता के तीन भूकंप आये। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तुर्की में भूकंप के झटकों के बाद प्रभावित इलाकों में इमरजेंसी लगा दी गई है। इससे सरकार को उन इलाकों में बचाव और पुनर्निर्माण के प्रयासों को बल मिल सकेगा।
भूकंप की तबाही के बाद मलबे में फंसे लोगों को निकालने का काम जारी है। लोगों को बचाने के लिए आपात-बचाव टीमें लगातार काम कर रही हैं। अगले कुछ घंटे बेहद अहम हैं, क्योंकि फिर इसके बाद मलबे में फंसे लोगों के बचने की संभावनाएं कम हो जाएंगी। राहत और बचाव के लिए भारतीय दल भी अदाना पहुंच चुका है, जिसमें एनडीआरएफ के 146 सदस्य हैं। इसके अलावा भारत ने तुर्की को दो विमानों के जरिए राहत सामग्री भी भेजा है। तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने भारत सरकार की तरफ से दी गई त्वरित मदद के लिए शुक्रिया कहा है। साथ ही कहा कि हिंदी और तुर्की भाषा में दोस्त का अर्थ एक जैसा ही होता है। भारत ने जरूरत के समय मदद कर साबित कर दिया है कि वह जरूरत के समय काम आने वाला सच्चा दोस्त है।
तुर्की-सीरिया की हर संभव मदद करेंगे: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुर्की-सीरिया में भूकंप में मारे गये लोगों के लिए शोक व्यक्त किया है। इस दौरान वह 2001 में गुजरात के भुज में आये भूकंप हादसे को याद कर भावुक हो गये। उन्होंने कहा कि भारत मानवीय आधार पर तुर्की और सीरिया की हर संभव मदद करेगा। मुझे अहसास है कि इस वक्त तुर्की में क्या हालात हैं और वहां के लोग किन मुश्किलों के गुजर रहे हैं।