
दिल्ली. Baby born in debris post Earthquake in Syria. तुर्की और सीरिया में आए जोरदार भूकंप से मरने वालों की संख्या 8000 को पार कर गई है। और अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह आंकड़ा 20000 तक पहुंच सकता है। इस बीच कई दिल को रुला देने वाले दृश्य सामने आ रहे हैं। इनमें से एक सीरिया में मलबे से जिंदा निकाला गया एक नवजात बच्चा। बचाव करने लोग उसके पास पहुंचे तो वह तो जीवित था, लेकिन मां की मृत्यु हो चुकी थी। बच्चा अपनी मां से गर्भनाल से बंधा हुआ था।
एक स्वयंसेवी संगठन ने इसका वीडियो साझा किया। मामला सीरिया के कतमा गांव का है। जहां भूकंप के मलबे से इस छोटे बच्चे को बचाया गया। एक रिश्तेदार खलील अल-सुवादी ने एक अंतर्राष्ट्रीय मीडिया संस्थान को बताया, “जब हम खुदाई कर रहे थे तो हमें एक आवाज सुनाई दी। हमने धूल साफ की, तो एक नवजात बच्चे को पाया, जो मां के गर्भनाल से जुड़ा था, इसलिए एक सहायल महिला ने गर्भनाल को काटा और मेरा चचेरा भाई उसे अस्पताल ले गया।”
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तीन घंटे पहले ही हुआ जन्म-
लोग बच्चे के साथ पास के शहर आफरीन में बच्चों के अस्पताल गए, जहां उसे एक इनक्यूबेटर में रखा गया है, बच्चे का इलाज करने वाले चिकित्सक डॉ हनी मारूफ ने कहा कि बच्ची के शरीर का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस (95 डिग्री फ़ारेनहाइट) तक गिर गया था और उसकी पीठ पर चोट के निशान थे, लेकिन उसकी स्थिति स्थिर है। मारूफ ने कहा कि उसके तापमान में गिरावट को देखते हुए उनका मानना है जब बचाव दल वहां पहुंचा, तो उसके करीब तीन घंटे पहले ही बच्चे का जन्म हुआ था।
ठंड से बचने के लिए लोग सड़क पर ही जला रहे मलबा-
बचाव दल कड़ाके की ठंड से जूझते हुए भूकंप से क्षतिग्रस्त हुई इमारतों के नीचे बचे लोगों को खोजने की होड़ में लगा हुआ है। पहले से ही संघर्ष से ग्रस्त सीमावर्ती क्षेत्र में भूकंप ने लोगों की मुसीबतें पहले से कहीं ज्यादा बढ़ा दी है। भीषण ठंड में लोग सड़कों पर हैं। ऐसे में खुद को गर्म रखने के लिए वे सड़कों पर मलबे को जलाकर अलाव का सहारा ले रहे हैं।
20,000 तक जा सकती है मृतकों की तादाद- WHO
विनाश के कारण तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन ने मंगलवार को 10 दक्षिणपूर्वी प्रांतों में तीन महीने के आपातकाल की घोषणा की। ऐसी आशंकाएँ हैं कि मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि होगी, WHO के अधिकारियों का अनुमान है कि 20,000 तक की मृत्यु हो सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि बड़े पैमाने पर भूकंप से 23 मिलियन लोग प्रभावित हो सकते हैं और देशों से आपदा क्षेत्र में मदद करने के लिए आग्रह किया।