
दिल्ली. Turkey Syria Earthquake. तुर्कीय में भूकंप आने का सिलसिला अभी भी जारी है। तुर्कीय और सीरिया में सोमवार को आए तीन विनाशकारी भूकंपों के घंटों बाद मंगलवार को एक बार फिर मध्य तुर्की क्षेत्र में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया। अब तक के आए भूकंपों से लगभग 4,300 लोग मारे गए थे। इस संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। करीब 15000 से ज्यादा लोग घायल हो बताए जा रहे हैं। कई लोगों की तलाश जारी है। भारत सहित कई देश आपूर्ति और राहत दल भेज रहे हैं।
तुर्की में सात दिनों के राष्ट्रीय शोक घोषित-
मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका है क्योंकि बचाव दल मलबे में खोजबीन कर रहे हैं। पहले भूकंप का केंद्र सीरिया की सीमा के गाजियांटेप प्रांत में नूरदगी के पास था। अन्य दो भूकंप पास के कहारनमारास प्रांत में आए। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है।
भारत से एनडीआरएफ खोज और बचाव दल, विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड, चिकित्सा आपूर्ति, ड्रिलिंग मशीन और अन्य उपकरण मंगलवार सुबह अदाना, तुर्की पहुंचे है।
पीएमओ कार्यालय में लिया गया फैसला-
बचाव दलों को तुर्की भेजने का फैसला सोमवार दोपहर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में हुई बैठक के बाद लिया गया। “आवश्यक दवाओं के साथ प्रशिक्षित डॉक्टरों और पैरामेडिक्स के साथ मेडिकल टीमों को भी तैयार किया जा रहा है। पीएमओ ने एक बयान में कहा, तुर्की सरकार और अंकारा में भारतीय दूतावास और इस्तांबुल में महावाणिज्य दूतावास के समन्वय से राहत सामग्री भेजी जाएगी।
कैबिनेट सचिव, गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA), NDRF, रक्षा बल, विदेश मंत्रालय (MEA) और साथ ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ( MoHFW) ने PMO में आयोजित बैठक में भाग लिया।