दिल्ली. हम में से कई लोग हैं, जो एक प्राइमरी जॉब के लिए दूसरा काम कर अपना पैशन जीना चाहते हैं और उससे earnings हो तो क्या ही कहने। इसी फीलिंग का शायद अहसास करते हुए फूड डिलीवरी कंपनी स्विगी ने अपने कर्मचारियों को ऑफिस का काम खत्म होने के बाद कहीं भी काम करने की छूट दे दी है। इसकी उन्हें पूरी फ्रीडम होगी और उनके खिलाफ कंपनी कोई एक्शन भी नहीं लेगी। बशर्ते उन्हें कंपनी को अपनी सेकेंडरी जॉब के बारे में बताना पड़ेगा। कंपनी की केवल एक मांग है कि इससे उनके फुल टाइम जॉब का काम प्रभावित न हो। बिजनेस के साथ किसी भी तरह के हितो का टकराव न हो। कंपनी ने एक नई वर्क पॉलिसी मूनलाइटिंग पॉलिसी के तहत इसकी घोषणा की है।
इस तरह की पॉलिसी से ज्यादा आजादी, ज्यादा मौके मिलेंगे जिससे कि इम्प्लाई अपने स्किल्स को कैशनिश कर सकता है। साथ ही कंपनी के साथ जुड़े रहने में यह पॉलिसी मददगार भी साबित हो सकती है। वहीं सिक्के का दूसरा पहलू देखें तो एम्प्लाई की प्राइमरी जॉब इससे प्रभावित हो सकती है। एक कर्मचारी का गलत कदम या ब्रीच ऑफ ट्रस्ट (breach of trust) दूसरे कर्मचारियों के लिए लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है।
बिजनेस सर्विस प्रोवाइर क्वेस कॉर्प (business services provider Quess Corp) के चेयरमैन अजीत इसाक ने एक मीडिया हाउस को बतया कि “कुछ प्रयोग हैं जो हो सकते हैं, कुछ कंपनियां एक्पेरीमेंट करना चाहती हैं। लेकिन इस तरह की policy को सभी levels, categories and functions तक नहीं बढ़ाया जा सकता है। एक conflict या breach of trust और policy तुरंत खत्म हो सकती है।
वैसे The nh zero की राय में Swiggy का यह कदम सराहनीय है। कई कर्मचारी एक्सट्रा इंकम की तलाश में होते हैं, लेकिन कंपनी से करार की वजह से वो ऐसा नहीं कर पाते हैं। ऑफिस के बाद कुछ घंटे अगर दूसरे काम करके कमाई हो रही है तो इसमें कंपनी और कर्मचारी दोनों के लिए बेहतर है। हां, कर्मचारी को यहां पूरी इमानदारी के साथ अपनी प्राइमरी कंपनी के साथ काम करना होगा न कि अपनी सेकेंडरी जॉब को ही अपनी प्राइमरी जॉब मानकर अधिक समय उसी को देना होगा। क्योंकि अगर ऐसा है तो इसमें कर्मचारी का ही नुकसान है।