
बाराबंकी. Yogi Adityanath Temple: अयोध्या के कल्याण भदरसा गांव में बने योगी मंदिर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिमा को हटा लिया गया है। जिस जमीन पर यह मंदिर बना है वह सरकारी जमीन है। इस मुद्दे को लेकर विवाद हो गया। जिसके बाद प्रशासन ने मंदिर से प्रतिमा हटवा दी। हालांकि मंदिर बनवाने वाले प्रभाकर मौर्य ने उस समय बताया था कि मंदिर में स्थापित मूर्ति राजस्थान से विशेष ऑर्डर देकर बनवाई गई है। जबकि इसी बीच मूर्ति बनाने वाला असली आर्टिस्ट ने खुद सामने आकर उनकी पोल खोल दी है। इस आर्टिस्ट ने प्रभाकर मौर्य के राजस्थान से विशेष ऑर्डर देकर बनवाई गई मूर्ति के झूठ को बेनकाब कर दिया है। बाराबंकी जिले के रहने वाले मूर्तिकार ने आरोप लगाते हुए दावा किया है कि प्रभाकर मौर्य ने मुझसे मूर्ति बनवाई थी। जबकि उन्होंने बताया था कि वह राजस्थान से मूर्ति बनवा कर लाए हैं। बाराबंकी के मूर्तिकार ने कहा कि अगर मैं जानता कि यह बंजर जमीन पर मंदिर बनवाकर मूर्ति रखेंगे तो मैं मूर्ति नहीं बनाता।
प्रभाकर मौर्या ने बनवाया था मंदिर
दरअसल अयोध्या के कल्याण भदरसा गांव में योगी मंदिर का निर्माण स्थानीय निवासी और खुद को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का प्रचारक बताने वाले प्रभाकर मौर्या ने कराया था। जिस जमीन पर यह मंदिर बना है। वह सरकारी जमीन है। प्रभाकर मौर्या के चाचा रामनाथ मौर्या का कहना है कि जिस जमीन पर योगी मंदिर बना है, वह बंजर जमीन है। हालांकि मंदिर बनवाने के समर्थक लोगों का कहना है कि इस गांव में पचासों बीघा सरकारी जमीन को लोगों ने कब्जा रखा है।
बाराबंकी के स्केच गुरू ने बनाई थी मूर्ति
उस समय प्रभाकर ने कहा था कि मंदिर में स्थापित मूर्ति राजस्थान से विशेष ऑर्डर देकर बनवाई गई थी। जबकि बाराबंकी के मूर्तिकार और स्केच गुरु के नाम से जाने जाने वाले सुमित कुमार ने दावा किया है कि यह मूर्ति राजस्थान से नहीं बल्कि बाराबंकी जिले से बनवाई गई थी। मूर्तिकार आर्टिस्ट सुमित कुमार स्क्रैच गुरु ने आरोप लगाया है कि प्रभाकर मौर्य ने मुझसे मूर्ति बनवाई थी। लेकिन उन्होंने मंदिर बनवाने के बाद बताया कि वह राजस्थान से मूर्ति बनवाकर लाए हैं। सुमित के मुताबिक उन्हें मेरा नाम नहीं लेना था तो वह न लेते लेकिन मेरे बाराबंकी जिले का नाम जरूर लेते। ताकि मेरे मां-बाप जो किसान हैं उन्हें भी खुशी होती। मूर्ति बनाने वाले आर्टिस्ट सुमित कुमार ने कहा कि अगर मैं जानता कि यह बंजर जमीन पर मंदिर बनवाकर मूर्ति रखेंगे तो मैं मूर्ति नहीं बनाता।