
जालौन. करीब ढाई दशक पहले बुंदेलखंड का जालौन जिला शिक्षा के क्षेत्र में काफी पिछड़ा था। जिले के छात्रों को डिग्री की पढ़ाई के लिए 40-45 किलोमीटर ‘उरई’ जाना पड़ता था। लेकिन, अब जिले के दूर-दराज के क्षेत्रों में भी इंटर कॉलेज और डिग्री कॉलेज खुल गये हैं। इसकी वजह हैं द्विवेदी ग्रुप ऑफ इंश्टीट्यूशन्स के प्रबंधक श्रवण कुमार द्विवेदी। उनके प्रयासों से जालौन जिले में 04 इंटर कॉलेज और 04 डिग्री कॉलेज संचालित हैं। इनमें से जगम्मनपुर और कुठौंद डिग्री कॉलेज में बीए, बीएससी, बीकॉम, एमकॉम, बीएड, डीएलएड, डी.ईएल.एड, एमए, एमएससी, मॉस कम्युनिकेशन, डी फॉर्मा, आईटीआई संचालित होते हैं। एक आईटीआई कॉलेज और एक मेडिकल ऑफ फॉर्मेसी भी है। यहां छात्रों के पढ़ने का बेहतर माहौल है और आधुनिकतम लाइब्रेरी भी हैं। पेशे से पत्रकार श्रवण कुमार द्विवेदी के शिक्षा में योगदान को देखते हुए अब तक उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
श्रवण कुमार द्विवेदी ने बताया कि मेरे समय में पढ़ाई बड़ी मुश्किल थी। तब मैंने ठान लिया था कि जो दिक्कत हमें हुई है, भविष्य में किसी और को न सहनी पड़े। कहा कि अब मेरा उद्देश्य ही यही है कि जालौन जिले में एक भी बच्चा पढ़ने से वंचित न रहे। प्राइमरी से शुरू हुई शिक्षा डिग्री तक जारी रहे। स्कूल-कॉलेजों में बेहतर पढ़ाई हो इसका वह विशेष ध्यान रखते हैं। उन्होंने बताया कि हमारे कॉलेजों में ऐसे बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दी जाती है जिनके गार्जियन फीस भरने में अक्षम होते हैं।

गांव के स्कूल में छात्रों को मिलेगी हाईटेक लाइब्रेरी
जिले की माधोगढ़ तहसील के गणेशनगर (गणेन्ना) गांव निवासी श्रवण कुमार द्विवेदी ने काफी पहले ही अपने गांव में एक इंटर कॉलेज खोला था, जिसे वह अब और बेहतर बना रहे हैं। अभी तक यहां बच्चे जमीन पर बिछी पट्टियों पर बैठकर पढ़ते थे, लेकिन अब सबके बैठने को फर्नीचर है। हर कमरे में पंखे लगे हैं, जिनके लिए सौर ऊर्जा भी लगाया गया है। कुशल टीचिंग स्टॉफ (हिंदी/इंग्लिश) भी रखा जा रहा है। 15 अगस्त को झंडा फहराने गणेशनगर पहुंचे श्रवण कुमार द्विवेदी ने बच्चों के साथ-साथ गार्जियन्स को भी शिक्षा के प्रति प्रेरित किया। साथ ही दावा किया कि वह अपनी जन्मभूमि पर स्थित इस स्कूल को बेहतर सुविधाओं से परिपूर्ण कर देंगे। यहां बेहतर लाइब्रेरी के साथ-साथ कई और सुविधाएं दी जाएंगी।
15 अगस्त को धूमधाम से निकली रैली
15 अगस्त को स्कूल में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं इकट्ठा हुए और सभी ने कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। टीचिंग स्टाफ, कर्मचारियों और बच्चों के सहयोग से कार्यक्रम का सफल आयोजन हुआ। पूरे गांव में छात्रों ने तिरंगा यात्रा निकाली। इस दौरान भारत माता की जयकारों से गलियां गुंजायमान हो उठीं।
लोगों ने भी की तारीफ
लोगों ने भी बताया कि जिले में शिक्षा के स्तर को उठाने में श्रवण कुमार द्विवेदी का विशेष योगदान है। गणेशनगर के पूजाराम तिवारी ने कहा कि यहां से उरई करीब 50 किलोमीटर दूर है। आमतौर पर 50 फीसदी बच्चे इंटर पास करने के बाद घर पर बैठ जाते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होता। क्षेत्र के लोगों ने श्रवण कुमार द्विवेदी के शिक्षा में दिये योगदान की प्रशंसा की।
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