
लखनऊ. किसी भी बचत खाता या सेविंग अकाउंट (Saving Bank Account SB) में नकद राशि जमा रखने की एक लिमिट होती है। जिसे भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank Of India RBI) की तरफ से निर्धारित किया गया है। आपको बता दें कि कई बातों को ध्यान में रखकर RBI की तरफ से सेविंग खातों के लिये कुछ नियम बनाए गए हैं। ये नियम खाताधारक और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income Tax Department) को देखते हुए बनाए गए हैं। ऐसे में सभी के लिये सेविंग औक करंट अकाउंट से जुड़े नियमों को जानना बेहद जरूरी है।
जानें सेविंग अकाउंट में कैश डिपॉजिट का नियम
वैसे तो किसी भी सेविंग खाते में पैसे जमा करना बहुत ही आसान है। आप बस नकद रुपये लेकर बैंक की ब्रांच में जाएं और रसीद भरकर कैशियर को दें। कैशियर आपका पैसा आपके अकाउंट में जमा देगा। इसके अलावा आप किसी दूसरे अकाउंट से भी अपने खाते में पैसे ट्रांसफर करवा के जमा करवा सकते हैं। यह सारे काम बहुत आसान दिखते हैं। लेकिन अगर आपने यह पैसे टैक्स के नियमों को ध्यान में रखे बिना जमा किये और कैश डिपॉजिट की लिमिट न जानी, तो इनकम टैक्स ऑफिस से आपको नोटिस भी आ सकता है।
जानें कैश डिपॉजिट की लिमिट
किसी भी सेविंग बैंक अकाउंट में कैश जमा करने की लिमिट 1 लाख रुपये है। ऐसे में सेविंग बैंक खाते (SB Account) में अगर आप 1 लाख रुपये से ज्यादा जमा करते हैं तो इनकम टैक्स विभाग (IT Department) के आपके डिपॉजिट का सोर्स पता लगा सकता है और गड़बड़ी पाए जाने पर आपको नोटिस भी भेजा जा सकता है। यहां कैश जमा के साथ ही कैश निकासी का नियम भी जानना बेहद जरूरी है। क्योंकि कैश निकासी (Withdrawal) की भी लिमिट तय की गई है। जिसे पार करने पर भी इनकम टैक्स विभाग कार्रवाई कर सकता है।
जानें करंट अकाउंट के नियम
सेविंग खाते के साथ ही कई दूसरे कैश ट्रांजेक्शन के नियम भी हैं जिनका अगर आपने ध्यान नहीं रखा और लिमिट से ज्यादा कैश जमा कर दिया तो आपको इनकम टैक्स विभाग के झमेले में फंसना पड़ सकता है। सेविंग खाते की तरह ही करंट अकाउंट में भी कैश डिपॉजिट की लिमिट रखी गई है और यह सीमा 50 लाख रुपये है। करंट अकाउंट बिजनेस से जुड़े लोग चलाते हैं। इसलिए सेविंग अकाउंट से ज्यादा इसमें 50 लाख रुपये तक कैश जमा करने पर छूट मिलती है। ऐसे में अगर करंट अकाउंट रखने वाले लोग अगर इस कैश डिपॉजिट लिमिट को क्रास करते हैं तो उनके खिलाफ इनकम टैक्स विभाग कार्रवाई कर सकता है।