
लखनऊ/इटावा. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक व संस्थापक मुलायम सिंह यादव का 82 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। सोमवार सुबह 8:15 बजे उन्होंने गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। बीते दिनों उन्हें यूरिन संक्रमण, ब्लड प्रेशर की समस्या और सांस लेने में तकलीफ के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। तब से उनकी तबियत नाजुक बनी हुई थी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित देश-प्रदेश के नेताओं ने शोक प्रकट करते हुए मुलायम सिंह के निधन को अपूर्णीय क्षति बताया है। सोमवार शाम मुलायम का शव पैतृक गांव सैफई लाया गया, जहां उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। भाव विभोर लोग ‘जब तक सूरज चांद रहेगा नेता जी का नाम रहेगा’ के नारे लगाते रहे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सैफई पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान यूपी सरकार के मंत्री स्वतंत्र देव सिंह व यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी मौजूद रहे। सपा संस्थापक के निधन पर उत्तर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है।
मंगलवार दोपहर 3 बजे सैफई में मुलायम सिंह यादव का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंतिम संस्कार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम बृजेश पाठक व केशव प्रसाद मौर्या भी मौजूद रहेंगे। इसके अलावा सपा नेता के अंतिम संस्कार में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत कई अन्य बड़े नेता भी शामिल होंगे।

55 साल का सियासी सफर
- 1967 में पहली बार इटावा जसवंतनगर से विधायक बने थे। 1996 तक जसवंतनगर से विधायक रहे।
- 1989 में पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। 1993-95 में दूसरी बार और 2003 में तीसरी बार सीएम बने।
- 1967 से लेकर 1996 तक 08 बार उत्तर प्रदेश में विधानसभा के लिए चुने गए
- 1982 से 87 तक विधान परिषद के सदस्य रहे
- 1977 में वह पहली बार यूपी में पहली बार मंत्री बने, कॉ-ऑपरेटिव और पशुपालन विभाग का जिम्मा संभाला
- 1980 में लोकदल का अध्यक्ष पद संभाला, 1985-87 में उत्तर प्रदेश में जनता दल के अध्यक्ष रहे
- 1996 में ही लोकसभा का पहला चुनाव लड़ा और चुने गए, 07 बार लोकसभा पहुंचे
- 1996 में देवगौड़ा सरकार में केंद्रीय रक्षामंत्री का दायित्व संभाला