
जालौर. राजस्थान के एक विद्यालय से दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक शिक्षक ने दलित छात्र की इतनी बेरहमी से पिटाई की कि उसकी मौत हो गई। छात्र ने शिक्षक के मटके से पानी पिया था, यह बात शिक्षक को नगवार गुजरी और उसने उसे मौत के घाट उतार दिया। मामले से लोगों में आक्रोश है। दलित संगठन भी अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं। तनाव देखते हुए 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। मामले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने दुख जताया है। आर्थिक सहायता देने के साथ आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हें।
क्या था पूरा मामला–
मामला अलवर के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव के एक निजी विद्यालय सरस्वती विद्या मंदिर का है। 20 जुलाई को यहां तीसरी कक्षा का छात्र इंद्र सरोज हर रोज की तरह स्कूल गया था। बीच में प्यास लगने पर उसने स्कूल में रखे पानी के मटके से पानी पी लिया था। पर यह मटका एक अध्यापक छैलसिंह का था, जो अलग रखा गया था। जब उसे इस बारे में पता चला तो उसने पहले सरोज को जाति सूचक गालियां दी। उसके बाद उसकी बेरहमी से पिटाई की जिससे उसके दाहिने कान व आंख में अंदरूनी चोटें आईं। छात्र को उसके पिता व परिवार ने गंभीर हालत में अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया। पर शनिवार 13 अगस्त को उसने दम तोड़ दिया।
मामला दर्ज-
मृतक छात्र के चाचा किशोर कुमार ने स्कूल संचालक छैल सिंह के खिलाफ सायला पुलिस थाने में मारपीट करने, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल कर अपमानित करने व मारपीट के बाद छात्र की हत्या करने के आरोप में मामला दर्ज कराया है। बच्चे के पिता का कहना है कि उनके बच्चे को शिक्षक ने मटके से पानी पीने के लिए पीटा और जातिसूचक गालियां दीं। पिटाई की वजह से उसको ब्रेन हैमरेज हो गया। उसे इलाज के लिए उदयपुर और फिर अहमदाबाद के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मृत्यु हो गई।
सीएम गहलोत ने जतायाा दुख-
मामले पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत ने दुख जताया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, जालौर के सायला थाना क्षेत्र में एक निजी स्कूल में शिक्षक द्वारा मारपीट के कारण छात्र की मृत्यु दुखद है। आरोपी शिक्षक के विरुद्ध हत्या व SC/ST एक्ट की धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध कर गिरफ्तारी की जा चुकी है। मामले के त्वरित अनुसंधान एवं दोषी को जल्द सजा हेतु प्रकरण को केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है। पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा। मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये सहायता राशि मुख्यमंत्री सहायता कोष से दी जाएगी।