
नोएडा. नोएडा के ट्विन टावर (एपेक्स और सियान) को आज रविवार को गिरा दिया जाएगा। पर इसके ध्वस्तीकरण के बाद भी चुनौतियां कम नहीं होगी। मुख्य रूप से प्रदूषण, जो मलबे के एकाएका गिरने का बाद काफी क्षेत्रफल में फैल जाएगा, जिससे लोगों को सांस लेने तक में दिक्कत हो सकती है। कुछ दिनों तक प्रदूषण के फैले होने की दिक्कत हो सकती है। दिल्ली-एनसीआर तक इसके फैलने की उम्मीद है।
स्थानीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से जुड़े अधिकारी ने मोर्चा संभाल लिया है। उनका कहना है कि टावर ध्वस्तीकरण के बाद पांच दिन तक माप यंत्र के जरिये एक्यूआइ की मानिटरिंग की जाएगी। टावर के ढहने ही तुरंत ही बाद मलबे को हटाने का काम शुरू हो जाएगा, ताकि हवा में धूल के कण मिलकर प्रदूषण में इजाफा न कर सकें।
ट्विन टॉवर के ध्वस्तीकरण के दौरान आसपास के क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) को मापने के लिए छह जगह पर खास यंत्र लगाए गए हैं। शनिवार सुबह इन यंत्रों के माध्यम से आसपास के क्षेत्र में हवा गुणवत्ता की जांच की गई। मैनुअल हो रही जांच की रिपोर्ट रविवार सुबह आएगी। हालांकि रविवार को टावर ध्वस्तीकरण के बाद रविवार शाम को भी एक्यूआइ रिपोर्ट जारी की जाएगी। जिससे लोगों को प्रदूषित हवा के प्रति जागरूक किया सके।
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी प्रवीण कुमार का कहना है कि टावर ढहने के तुरंत बाद मलबे का हटाने का काम शुरू हो जाएगा। मशीनों से मलबा हटाया जाएगा। टावर ध्वस्तीकरण के दौरान ध्वनि प्रदूषण की भी जांच की जाएगी। दोनों टावर को ध्वस्त करने के दौरान उड़ने वाली धूल के प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार शाम को स्माग गन चलाई गई।