
लखनऊ. Manav Sampada Portal- महानिदेशक स्कूल शिक्षा vijay karan anand ने एनआईसी को पत्र भेजकर पोर्टल पर लीव मॉड्यूल में न केवल बदलाव करने को कहा है बल्कि साथ में अवकाश व उपस्थिति से जुड़े कई अन्य प्रावधानों में भी सुधार करने को कहा है| जिससे आकस्मिक छुट्टी लेने हेतु या स्कूल देर से पहुंचने वाली समस्या मे सुधार हो सके| अभी तक देखा गया है कि कुछ शिक्षक व कर्मचारी स्कूल अपने मन मुताबिक देर से पहुंचते हैं या बिना छुट्टी लिए ही अनुपस्थित रहते हैं| लेकिन जैसे ही उन्हें चेकिंग सम्बंधित जानकारी प्राप्त होती है वह घर बैठकर ही तुरंत पोर्टल पर अपनी छुट्टी को रजिस्टर कर देते हैं|
यह बदलाव भी शामिल है
- पोर्टल पर अधिकारी यह देख सकेगा कि सम्बंधित स्कूल में उस दिन कौन-कौन पहले से छुट्टी पर है| ऐसा करने से छुट्टी देने की मंजूरी देने में आसानी होगी|
- अगर अधिकारी छुट्टी देने से मना करता है तो उसे अब कारण भी लिखना होगा| और अब इन सभी प्रकरणों का रिकॉर्ड मेन्टेन किया जायेगा| जिससे पता लगाया जा सके की पूर्व में किस कारण या चिकित्सीय प्रमाण पत्र की तर्ज पर छुट्टी ली थी|
- अवकाश स्वीकृति पर निर्णय लेते समय जिस दिन छुट्टी के लिए आवेदन किया गया है, उस स्कूल में उसी दिन कितने लोग पहले से ही अवकाश पर है, प्रदर्शित कराना|
इस बदलाव से क्या लाभ?
इस बदलाव से शिक्षा मित्र, शिक्षक, कमर्चारी, अनुदेशक ऑनलाइन छुट्टी के आवेदन में मनमानी नहीं कर पाएंगे|
कैसे करें पोर्टल पर आवेदन?
- जुलाई से सितम्बर तक आकस्मिक छुट्टी के लिए सुबह 8 बजे के बाद और अक्टूबर से 20 मई तक सुबह 9 के बाद नहीं ले सकेंगे|
- स्वीकृति सुबह 5 से 9 बजे के ही बीच हो सकेगी|
- जिसे अभी प्रधानाध्यापक या खंड शिक्षा अधिकारी सुबह 9 बजे के बाद ही स्वीकृति देते हैं| ऐसे में स्कूल खुलने से पहले किसी के आकस्मिक अवकास प्रस्ताव को निरस्त कर पाना मुमकिन नहीं हो पाता है| जिससे अगर छुट्टी निरस्त हो जाती है तो इसकी सूचना देर से मिलने के कारण शिक्षक या कर्मचारी स्कूल देर से पहुंच पाता है|
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