
लखनऊ. दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) की तरह अब उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ व आसपास के क्षेत्र को राज्य राजधानी क्षेत्र (Lucknow SCR) कहा जाएगा। जिस प्रकार दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद, गुड़गांव, फरीदाबाद को एनसीआर के क्षेत्र में लिया जाता है। उसी प्रकार लखनऊ से सटे कानपुर, बाराबंकी, उन्नाव को एससीआर क्षेत्र में लिया जाएगा। इससे इन जिलों की कनेक्टिविटी और आसान होगा साथ ही विकास को रफ्तार मिलेगी। वहीं कई नई व बड़ी योजनाओं का विस्तार होगा।
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प्रमुख सचिव ने एससीआर में विकास के लिए कामकाज के लिए एक प्लेटफॉर्म बनाया है, जिसका नाम ‘प्रीपरेशन ऑफ द रिक्वीजिट प्लान ऑफ द एक्शन ऑफ द डेवलपमेंट ऑफ काउंटर मैग्नेट एरिया ऑफ द एनसीआर’ है। जिस प्रकार नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद व गुड़गांव का पूर्ण विकास वृहद योजना के तहत हुआ है, उसी प्रकार की कार्ययोजना लखनऊ एससीआर में आ रहे क्षेत्रों के लिए तैयार होगी।
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प्लानिंग के तहत कानपुर में अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के लिए जमीन चिह्नित करने के निर्देश दिए गए हैं। चकेरी इलाके में इसके लिए जमीन दिए जाने की संभावना जताई गई है। इसको लेकर दी गई प्रेजेंटेशन की तारीफ करते हुए प्रमुख सचिव आवास एवं नगर नियोजन नितिन गोकर्ण ने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना तैयार की जाए। राज्य राजधानी क्षेत्र विकसित करने के लिए लखनऊ से कानपुर, उन्नाव व बाराबंकी समेत सभी पड़ोस के शहरों से कनेक्टिविटी को और बेहतर किया जाए।