
कानपुर. कानपुर में एक गेटेड सोसाइटी “केडीए रेजीडेंसी” के निवासियों ने एक अनोखा विरोध किया है। सोसाइटी के गेट पर एक बोर्ड के जरिए वे सीएम योगी से उनकी इमारत को ध्वस्त करने की मांग कर रहे हैं। बोर्ड में लिखा है “योगी जी, ध्वस्त करा दीजिए हमारा अपार्टमेंट”। यह देख सभी लोग हैरान हैं। पर दरअसल इसके पीछे की समस्या बड़ी है, जिसका केडीए के अधिकारी समाधान नहीं कर रहे हैं।
क्या है मामला-
यहां के लोग अपार्टमेंट के जीर्ण-शीर्ण ढांचे को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। इमारतों में गंभीर दरारें दिखाई दे रही है। बीम से पानी आ रहा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अपार्टमेंट उस गुणवत्ता का नहीं है, जिसका वादा किया गया था। निर्माण घटिया क्वॉलिटी है। इस पर जब अधिकारियों से बात की। तो उन्होंने एक बार राउंड को जरूर लगाया, लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की।
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निम्न-श्रेणी की सामग्री का हुआ उपयोग-
मीडिया खबरों के अनुसार, केडीए के अधिकारी और एक आईआईटी टीम ने पहले कानपुर के किदवई नगर ओ ब्लॉक में विजिट की थी, तब एक बीम में दरार पाई गई थी। इमारत की स्थिति का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि सोसाइटी के अपार्टमेंट में रहना सुरक्षित है। इसके अतिरिक्त, निवासियों का कहना है कि हाल ही में हुई बारिश के बाद, बेसमेंड में पानी भर गया था और बीम में एक दरार उभर आई थी। वे कहते हैं कि पूरे ढाचें की दावा की गई गुणवत्ता में भारी कमी थी और ऐसा प्रतीत होता है कि उनके निर्माण में निम्न-श्रेणी की सामग्री का उपयोग किया गया था।
रिपोर्ट में हेरफेर का आरोप-
केडीए टीम ने 2 सितंबर को रिबाउंड हैमर टेस्ट किया और पाया कि कंक्रीट की गुणवत्ता पर्याप्त थी। एक IIT टीम द्वारा परीक्षण करने पर भी समान परिणाम सामने आए थे। हालांकि निवासियों ने आरोप लगाया कि केडीए अधिकारियों ने खुद को बचाने के लिए रिपोर्टों में हेरफेर किया है। निवासियों ने विरोध के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की है। उनका दावा है कि सभी ढाचों में दरारें दिखाई दे रही थीं और उनके गिरने की पूरी आशंका है।