
Russia-Ukraine Conflict रूस और यूक्रेन की बीच जारी तनाव ने भारत की चिंता भी बढ़ा दी है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को यूक्रेन में और भारत मे उनके परिजनों की चिंता सता रही है। उन्हें सकुशल घर लाने के लिए केंद्र सरकार ने जहां कोरोना महामारी के चलते भारत-यूक्रेन उड़ान पर लगे प्रतिबंध को हटा लिया है वहीं, मदद के लिए दिल्ली और कीव में कंट्रोल रूम स्थापित किये हैं। जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन में करीब 18 हजार भारतीय छात्र फंसे हुए हैं। इनमें बड़ी संख्या ऐसे छात्रों की है जो वहां मेडिकल की पढ़ाई करने गये हैं। इन लोगों ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। केंद्र सरकार ने यूक्रेन में रह रहे भारतीयों को संयम बरतने की सलाह दी है।
दिल्ली में बने कंट्रोल रूम की कॉन्टैक्ट डिटेल
फोन नंबरः 1800118797 (Toll free), +91-11-23012113, +91-11-23014104, +91-11-23017905
फैक्सः +91-11-23088124
ईमेलः situationroom@mea.gov.in
कीव में बने कंट्रोल रूम की कॉन्टैक्ट डिटेल
फोन नंबरः +380 997300428, +380 99730048
ईमेलः cons1.kyiv@mea.gov.in
भारतीय दूतावास ने जारी की थी एडवायजरी
भारतीय दूतावास ने बीते दिनों एक एडवाइजरी जारी की थी। इसमें यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्रों और अन्य नागरिकों को स्वदेश लौटने की सलाह दी थी। दूतावास ने जारी बयान में कहा था कि जिन भारतीयों और छात्रों का यहां रहना जरूरी नहीं हो, वो अपने देश लौट जाएं।
रूस और यूक्रेन के बीच क्या है विवाद?
रूस और यूक्रेन के बीच लंबे विवाद लंबे समय से चल रहा है। इससे पहले 2014 में भी दोनों देशों के बीच संघर्ष हुआ था और उस वक्त रूस ने यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था। वर्तमान में दोनों के बीच विवाद NATO में शामिल होने को लेकर है। दरअसल, यूक्रेन NATO में शामिल होना चाहता है, लेकिन रूस इसकी खिलाफत कर रहा है। रूस को लगता है कि यूक्रेन अगर NATO में शामिल हुआ तो NATO के सैनिक और ठिकाने उसकी सीमा के पास आकर खड़े हो जाएंगे। हालांकि, NATO ने भरोसा दिलाया है कि ऐसा नहीं होगा। रूस ने यूक्रेन की सीमा के पास 1 लाख से ज्यादा सैनिक और हथियार तैनात कर दिए हैं। दोनों देशों के बीच ताजा विवाद को NATO से जोड़कर देखा जा रहा है।