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Azamgarh Byelection 2022: तो क्या सच में धर्मेंद्र यादव के साथ शिवपाल वाला ‘खेल’ कर गये अखिलेश यादव? समझा रहे हैं निरहुआ

आजमगढ़. Azamgarh Byelection 2022- लोकसभा उपचुनाव के नतीजे भले ही 26 जून को आएंगे, लेकिन अभी से बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। आजमगढ़ से बीजेपी प्रत्याशी दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने अपनी जीत का दावा करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने धर्मेंद्र यादव के साथ वही खेल कर दिया जो उन्होंने अपने चाचा शिवपाल यादव के साथ किया था। निरहुआ ने कहा कि अखिलेश यादव अपने आगे न तो भाई को चाहते हैं, न चाचा को और न ही पार्टी के किसी अन्य नेता को। इसीलिये उन्होंने धर्मेंद्र यादव को यहां भेजकर किनारे लगा दिया।

निरहुआ ने एक गाने का जिक्र करते हुए कहा कि धर्मेंद्र यादव को फरार नहीं, लाचार करेंगे। अखिलेश यही कर रहे हैं और इसीलिये उन्हें आजमगढ़ भेजा। पहले चाचा शिवपाल को किनारे किया और जब देख लिया कि आजमगढ़ में मैंने कुछ किया नहीं है और यहां अब कुछ हासिल होने वाला नहीं तो धर्मेंद्र यादव को यहां भेजकर किनारे लगा दिया। निरहुआ ने कहा कि अखिलेश यादव को जरा भी उम्मीद होती तो वो यहां जरूर आते, लेकिन नहीं आए। क्योंकि उन्हें पता है कि इस बार गढ़ टूट गया है और हार तय है।

यूपी को दो लोकसभा सीटों पर हुआ मतदान
रामपुर और आजमगढ़ में लोकसभा उपचुनाव के लिए 23 जून को मतदान हुआ। रामपुर में 40 फीसदी और आजमगढ़ में 49 फीसदी वोटरों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। दोनों ही सीटों पर मुकाबला कांटे का नजर आ रहा है। खासकर आजमगढ़ में। 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा प्रमुख अखिलेश यादव इस सीट से सांसद चुने गये थे, लेकिन 2022 में मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से विधायक चुने जाने के बाद उन्हें सांसदी से इस्तीफा दे दिया था।

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