
लखनऊ. यूपी राज्यमंत्री दिनेश खटीक (Dinesh Khatik) ने केंद्रीय मंत्री अमित शाह (Amit Shah) को पत्र लिख अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। यही नहीं उन्होंने पत्र के माध्यम से प्रदेश में जारी भ्रष्टाचार की भी पोल खोल दी है। इसमें नमामि गंगे योजना भी शामिल है। यह पत्र सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
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दलित होने के कारण हो रहा भेदभाव-
उन्होंने पत्र आरोप लगाया है कि उनके साथ दलित होने के कारण दुर्व्यवहार किया जा रहा है। विभाग में उनके साथ बहुत अधिक भेदभाव हो रहा है। सिंचाई विभाग में भ्रष्टाचार के लिए उन्होंने शिकायत की पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अफसर दलितों का अपमान कर रहे हैं। सिंचाई विभाग के प्रमुख सचिव अनिल गर्ग को यदि वो फोन करते हैं, तो बिना पूरी बात के वे फोन काट देते हैं।

ट्रांसफर से जुड़ी जानकारी नहीं दी गई-
दिनेश खटीक ने विभाग में ट्रांसफर व नमामि गंगे योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि इस विभाग में स्थानांतरण सत्र में बहुत बड़ा भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने लिखा कि सत्र 2022-23 में अधिकारियों के स्थानांतरण से संबंधित लिखित जानकारी मांगी थी, जो आज तक नहीं मिली। साथ ही अनिल गर्ग से फोन पर बात करनी चाही, पर वो भी बिना पूरी बात किए फोट काट देते हैं। यह एक जनप्रतिनिधि का बड़ा अपमान है।
नमामि गंगे में बड़ा भ्रष्टाचार-
उन्होंने लिखा कि विभाग के अंतर्गत नमामि गंगे योजना में बड़ा भ्रष्टाचार हो रहा है। इससे संबंधित किसी अधिकारी के खिलाफ यदि वो शिकायत करते हैं, तो उसका कोई संज्ञान नहीं लिया जाता। यह भ्रष्टाचार ग्राउंड पर पहुंचने पर साफ दिखता है। उन्होंने कहा कि किसी भी जांच एजेंसी से इसकी जांच की जा सकती है। उन्होंने अंत में लिखा कि इन सभी बातों से आहत होकर इस्तीफा दे रहा हूं।