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नया नियम: अब पुराने टायरों के साथ नहीं चला पाएंगे गाड़ी, इस डेट के पहले वाले टायर हुए रिजेक्ट

दिल्ली. Change in tyres design: दुनिया भर में होने वाले सड़क हादसों की कई वजहें होती हैं। इन्हीं वजहों में गाड़ी में इस्तेमाल होने वाले खराब टायर भी शामिल हैं। घटिया क्वालिटी के टायर, पुराने घिसे हुए टायर और डैमेज टायर के साथ चलने वाली गाड़ियां आए दिन हादसे का शिकार होती हैं। लेकिन केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) अब ऐसे हादसों को रोकने के लिए कुछ जरूरी और बड़े कदम उठाने जा रही है। टायर की वजह से होने वाले सड़क हादसों को रोकने के लिए केंद्र सरकार मोटर व्हीकल एक्ट (Motor Vehicle Act) में कुछ जरूरी बदलाव करने जा रही है। नए नियमों के तहत आप की गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाले टायर भी बदल जाएंगे। दरअसल मोटर व्हीकल एक्ट में होने वाले संशोधन में टायरों को भी शामिल किया गया है। इसके तहत टायरों के डिजाइन को और ज्यादा प्रभावशाली बनाया जाएगा ताकि सड़क हादसों पर काबू पाया जा सके।

अब गाड़ी में लगेंगे नये डिजाइन के टायर
नए नियम लागू होने के बाद आपको एक अक्टूबर 2022 से नए डिजाइन के टायर मिलने शुरू हो जाएंगे। इतना ही नहीं एक अप्रैल 2023 से आपको अपनी गाड़ियों में नए डिजाइन के टायर लगाना जरूरी हो जाएगा। हालांकि इस बात को लेकर अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है कि पुराने टायर के साथ गाड़ी चलाने को लेकर क्या नियम होंगे। इसके साथ ही उन लोगों का क्या होगा जिन लोगों ने अभी हाल फिलहाल में ही अपनी गाड़ी के टायर बदलवाये हैं। ये कुछ ऐसे सवाल हैं जिनके जवाब फिलहाल नहीं है, लेकिन जल्द ही मिल जाएंगे। नए टायरों को रेटिंग दी जाएगी। इससे ग्राहकों को टायर खरीदते समय काफी मदद मिलेगी और वह बेहतर क्वालिटी के टायर खरीद पाएंगे।। हालांकि टायरों की रेटिंग कैसे तय की जाएगी। इसके बारे में भी अभी कोई जानकारी नहीं दी गई है।

दूसरे देशों से भी नहीं आएंगे घटिया टायर
जानकारी के मुताबिक टायरों को लेकर नए नियम लागू होने के बाद दूसरे देशों से घटिया क्वालिटी के टायर नहीं आ पाएंगे। नये टायर पुराने टायर के मुकाबले मजबूत होंगे। जिनकी क्वालिटी शानदार होगी। इसके अलावा यह पुराने टायरों के मुकाबले सड़क पर बेहतर पकड़ यानी ग्रिप बना सकेंगे। नए टायर AIS यानी ऑटोमोटिव इंडियन स्टैंडर्ड के मानकों-रोलिंग रेजिस्टेंस, वेट ग्रिप और रोलिंग साउंड एमिशंस पर आधारित होंगे। यानी नये टायर वाली गाड़ियां सड़क पर चलते समय ज्यादा शोर शराबा भी नहीं मचाएंगी।