
लखनऊ. यूपी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) इन दिन स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का हाल लेने जिले-जिले के अस्पतालों का औचक नीरिक्षण कर रहे हैं। इस बार प्रोग्राम में कुछ बदलाव करते हुए वे लखनऊ के सरकारी दवा गोदाम में पहुंच गए, जहां दवाईयों को हाल देख वे हैरत में पड़ गए। करीब 16.40 करोड़ रुपए की दवाईयां एक्सपायर हो चुकी थीं। इस पर डिप्टी सीएम बेहद नाराज हुए और कहा कि लोगों को मारने के लिए यह दवाएं रखी हैं क्या ?
शुक्रवार को उन्होंने गोदाम का निरीक्षण किया और दवाओं की उपलब्धता और सप्लाई की जांच की। इसका एक वीडियो में उन्होंने अपने फेकबुक पेज पर शेयर किया है। जिसमें दिख रहा है कि कई दवाओं के पैकेट पर धूल जमी हुई है। दवाओं को जहां डीप फ्रीजर में रखा होना चाहिए वह ऐसी ही बाहर पड़ी हुई हैं। इस पर ब्रजेश पाठक गोदाम के कर्मचारियों को डांटते हुए भी नजर आ रहे हैं। जिसपर कर्मचारी उनसे स्टाफ की कमी की शिकायत करते हुए, लेकिन डिप्टी सीएम इसे नकारते हुए कहते हैं कि हमें उससे समस्या नहीं है. हमें जनता/मरीजों को जिंदा रहने के लिए दवाइयां देनी हैं। इस पूरे मामले पर उन्होंने एक जांच समिति का गठन किया है। जो तीन दिनों में रिपोर्ट पेश करेगी। निम्न देखें पूरा वीडियो-