
लखनऊ. यूपी विधानसभा के सामने शुक्रवार को बिजली विभाग में संविदाकर्मी ने विधानसभा के गेंट नंबर दो के पास आत्मदाह कर लिया। उसने खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डाला और आग लगा ली। देख दूर खड़े पुलिसकर्मियों में हड़कंप मच गया। सभी ने तुरंत पीड़ित के पास पहुंचकर उसपर कंबल डाला और आग पर काबू पाया। फिर नजदीक के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि पीड़ित 60 प्रतिशत तक जल चुका है। इलाज जारी है।
पीड़ित का नाम बलराम है। वह बिजली विभाग में संविदाकर्मी था। उसकी पत्नी सोनिया के मुताबिक, छह महीने पहले उसकी नौकरी छूट गई थी। इससे घर में आर्थिक तंगी आ गई थी। बच्चों का स्कूल तक छूट गया था। घर का किराया देना भी दूभर हो गया था। मकान मालिक लगातार किराया देने का दबाव बना रहा था। समय मांगने पर वह अभद्रता करता था। मकान मालिक का नाम मनीष पाल था। सोनिया ने मकान मालिक मनीष पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। साथ ही आम्रपाली चौकी इंजार्ज रमापति पर शिकायत नहीं सुनने का भी आरोप लगाया है।
डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक के मुताबिक, सिविल अस्पताल में बलराम का इलाज चल रहा है। बलराम की पत्नी सुनिया जो तहरीर देंगी उसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। वहीं, ठाकुरगंज आम्रपाली चौकी पर तैनात पुलिसकर्मियों की भूमिका की जांच की जा रही है।
बलराम के बच्चे वैदिक, आयुष, माही और पीहू ने दो दिन से कुछ नहीं खाया था। आर्थिक तंगी की वजह से राशन तक का इंतजाम नहीं हो पा रहा था। सिविल में संविदाकर्मी के भर्ती होने के बाद भूखे बच्चों के लिए देर रात को हजरतगंज पुलिस ने खाने पीने का इंतजाम किया। बच्चों का खाना खिलाया।