Thursday , June 1 2023

भारतीय कृषक दल ने की यूपी सरकार के अलग-अलग विभागों में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच की मांग

लखनऊ. लखनऊ में भारतीय कृषक दल का तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रीय अध्यक्ष सरोज दीक्षित एडवोकेट के नेतृत्व में कृषि उत्पादन आयुक्त मनोज कुमार सिंह से मिला। साक्ष्य सहित विभिन्न विभागों में हो रहे भ्रष्टाचार की जांच व कार्यवाही के लिए पत्र सौपें।

नमामि गंगे योजना के अंतर्गत कृषि विभाग व यूपी डॉस्प द्वारा कराए जा रहे pkvy योजना के अंतर्गत जैविक खेती कार्यक्रम जो गंगा नदी के किनारे चलाया जा रहा है, उसमें भारी घोटाला हुआ है। फरुखाबाद, उन्नाव की जांच कराने पर दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। इस पर कृषि उत्पादन आयुक्त ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया। सरोज दीक्षित ने कहा कि कृषि विभाग में कृषि निदेशक व अपर कृषि निदेशक प्रशसन ने मिलकर वर्ग 3 के ट्रांसफर में निजी लाभ को देखते हुए नियमों की अनदेखी की है।

कृषि विभाग ने तत्कालीन सरकार व शासन को भ्रमित कर किसानों के लिए वरदान साबित हो रही किसान मित्र योजना को बंद करा दिया। उसके बाद फिर अप्रशिक्षित लोगों को कृषि विभाग ने किसान सहायक, सहयोगी कृषक फार्मर फ्रेंड एचीवर फ्रेंड आदि नाम से शासन व सरकार को राजी कर भारी गोलमाल किया गया। नियमों को ताक में रखा गया। कृषि विभाग ने निजी लाभ पहुंचाने वाले खास लोगों को रखा। ज्यादातर हर वर्ष उसी परिवार के लोगों पत्नी, पुत्र आदि को बदल-बदल के रखकर सरकारी धन का बंदर बांट किया गया। इस पर कृषि उत्पादन आयुक्त ने जांच कराने की बात कही।

दीक्षित ने छुट्टा जानवरों पर कहा कि पशु आश्रय स्थल शो पीस साबित हो रहे हैं। किसान की फसले बर्बाद हो रही है। सड़क पर दुर्घटना हो रही है। यदि शासन व सरकार बैलों पर अनुदान देना शुरू कर दे, तो जहां छोटे किसान बैलों से खेती शुरू कर देंगे वहीं हमारी गाय माता कटीले तारों से कटने से भी बचेगी। जिस पर कृषि उत्पादन आयुक्त सहानुभूति पूर्वक निर्णय लेने की बात कही।

चकबन्दी विभाग, राजस्व विभाग समाज कल्याण विभाग में साक्ष्य सहित अनियमितताओं सम्बन्धी पत्र दिए जिस पर कृषि उत्पादन आयुक्त ने जांच कराने की बात कही।