
अयोध्या. श्रीराम मंदिर निर्माण का 45 फीसदी काम अब तक पूरा हो चुका है। अष्टकोणीय गर्भगृह के निर्माण का कार्य जोरों पर चल रहा है। 500 कारीगर व मजदूर सिर्फ गर्भगृह के ही निर्माण कार्य में लगे हैं। अब तक यहां वंशीपहाड़पुर के पांच सौ पत्थर बिछाए जा चुके हैं। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर उपरोक्त जानकारी दी गई। साथ ही बताया गया कि गर्भगृह में लगने वाले मकराना के संगमरमर की भी आपूर्ति तेजी से हो रही है। जल्द ही नक्काशीदार खंभों को जोड़ने का काम प्रारंभ कर दिया जाएगा। ट्रस्ट का कहना है कि दिसंबर 2023 से रामभक्त भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में दर्शन कर सकेंगे और जनवरी 2024 से भक्तों को भव्य गर्भगृह में रामलला का दर्शन प्राप्त होने लगेगा।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से बुधवार को राममंदिर निर्माण कार्य का चित्र जारी करते हुए मंदिर निर्माण की प्रगति से रामभक्तों को रूबरू कराया गया। ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने अपने ट्विटर हैंडल पर मंदिर निर्माण कार्य की फोटो अपलोड करते हुए भक्तों को मंदिर निर्माण की भव्यता से अवगत कराया।
गर्भगृह में लगेंगे 160 स्तंभ
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर के गर्भगृह में 160 स्तंभ लगाए जाएंगे जिन पर मंदिर टिका होगा। इसी तरह प्रथम तल में 132 व दूसरे तल में 74 स्तंभ लगाए जाने हैं। मंदिर में कुल 12 दरवाजे होंगे, जो कि सागौन की लकड़ी से बनेंगे।