
दिल्ली. शनिवार सुबह जब ट्विटर पर लोग आए तो वह हैरान रह गए । दरअसल भारत के दिग्गज बल्लेबाज व पूर्व कप्तान विराट कोहली के नाम से हैशटैग ‘#ArrestKohli’ ट्रेंड कर रहा था और खबर लिखे जाने तब भी यह जारी था। ज्यादा देर नहीं लगी इसकी वजह समझने में। दरअसल यह तमिलनाडु की एक घटना के संदर्भ में है, जहां गुरुवार को विराट कोहली के कट्टर समर्थक ने रोहित शर्मा के प्रशंसक को मौत के घाट उतार दिया। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि दोनों नशे की स्थिति में विराट और रोहित में बेहतर क्रिकेटर कौन है, इस पर बहस कर रहे थे। बहस बढ़ गई है और इस घटना को अंजाम दे दिया गया। सोशल मीडिया पर कुछ लोग इसके लिए कोहली को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं और #arrestkohli को ट्रेंड करा रहे हैं। हालांकि विराट के समर्थकों ने इसे बेतुका बताया है।
क्या है मामला-
घटना तमिलनाडु के अरियालुर के पोयूर की है। मृतक की पहचान पी विग्नेश के रूप में हुई है, जो रोहित शर्मा और मुंबई इंडियंस टीम का प्रशंसक था, जबकि आरोपी धर्मराज (21 वर्षीय)। विराट खोली और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर टीम का समर्थक है। दोनों दोस्त थे। मंगलवार 11 अक्टूबर को धर्मराज और विग्नेश मल्लूर के पास सिडको इंडस्ट्रियल एस्टेट गए थे और ड्रिंक्स पर क्रिकेट पर चर्चा कर रहे थे। दोनों को आरसीबी (RCB)और एमआई (MI) के हर आईपीएल मैच के बाद एक पार्टी करने की आदत थी जिसमें हारने वाली टीम के समर्थक को शराब खरीदनी होती थी और पार्टी को प्रायोजित करना होता था।
कोहली का फैन का उड़ा रहा था मजाक-
इसी तरह मंगलवार को भी शराब पार्टी हुई थी जिसमें दोनों में कहासुनी हो गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक कहा जाता है कि विग्नेश ने आरसीबी और कोहली का मजाक उड़ाया था। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि विग्नेश अक्सर धर्मराज की बॉडी शेमिंग भी करता था। धर्मराज बोलते वक्त हकलाता भी है। विग्नेश ने उस दिन नशे के दौरान आरसीबी और धर्मराज का हसलाने की आदत पर मजाक उड़ाया था।
विग्नेश की टिप्पणी से नाराज धर्मराज ने उस पर शराब की बोतल से पहले हमला किया और फिर उसके सिर पर क्रिकेट के बल्ले से प्रहार कर दिया। अगले दिन विग्नेश का शव सुनसान जगह पर मिला।
ऐसा हुआ खुलासा-
सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने विग्नेश के टेलीफोन रिकॉर्ड के आधार पर धर्मराज की तलाश की,तो पाया कि धर्मराज विग्नेश से बात करने वाला अंतिम व्यक्ति था और जांच करने पर उसका अपराध सामने आ गया। पुलिस हिरासत में लिए गए धर्मराज को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। मृतक विग्नेश सिंगापुर जाने की योजना बना रहा था और उसने आईटीआई पूरी की थी। जब यह घटना हुई तब वह जॉब वीजा का इंतजार कर रहा था।