
लखनऊ. Yogi Government 2.0 completes 6 months. योगी सरकार 2.0 के छह माह पूरे हो गए हैं। जहां सरकार इस उपलब्धि पर छह माह में क्राइम कंट्रोल, रोजगार, विकास, महिला सशक्तिकरण जैसे कार्यों का बखान कर रही है, तो वहीं विपक्ष का कहना है कि इस दौरान सरकार ने कोई कार्य नहीं किया। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की दूसरी सरकार के छह माह भी वैसे ही बिना कोई काम किए बीत गए जैसे पिछले पांच साल बीते थे। इस सरकार के मंत्री आरोप-प्रत्यारोप में जूझते रहे। भ्रष्टाचार पर कहीं अंकुश नहीं लगा। भाजपा सरकार ने दुबारा सत्र तो बुला लिया लेकिन उसी कार्यकुशलता का नमूना यह है कि अभी जिलो में बजट ही नहीं गया है। विकास कार्य रुके पड़े हैं।
किसानों को मुफ्त बिजली देने का किया था वादा: अखिलेश
उन्होंने कहा कि यह बात तो अभी सदन में स्वीकार की गई है कि किसानों को मुफ्त बिजली देने का सरकार का कोई इरादा नहीं है। चुनाव के समय किसानों के वोट लेने के लिए मुफ्त बिजली का जो वादा किया गया था अब उसे जुमला मान लिया गया है। यही हाल प्रधानमंत्री जी के किसानों की आय दुगनी करने का है।
“अपराध चरम पर”–
अखिलेश ने कहा कि सरकार के तमाम सख्त आदेशों-निर्देशों के बावजूद अपराध कम नहीं हुए हैं। कोई दिन ऐसा नहीं जाता जब लूट, हत्या, अपहरण की घटनाएं न होती हो। महिलाओं और बच्चियों के साथ दुष्कर्म के मामलों में उत्तर प्रदेश की देश भर में बदनामी हो रही है। हालत इतने बिगड़े हुए है कि अब थाना परिवार में भी कोई महिला सुरक्षित नहीं। सत्ता के नशे में भाजपा के नेता और कार्यकर्ता खुद को ही सरकार समझ बैठे हैं। कहीं अधिकारियों को धमकाते नज़र आते है तो कहीं विधायक अपनी ही सरकार को कोसते दिखते हैं। अवैध कार्यवाहियों में भी भाजपा नेताओं के नाम आ रहे हैं। सरकार उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही करने के बजाय उन्हें संरक्षण दे रही है। थानों और तहसीलों में भाजपा नेताओं की दलाली कायम है। ऐसी अराजकता और ध्वस्त कानून व्यवस्था पहले कभी नहीं देखी गई।