
लखनऊ. ‘अग्निपथ स्कीम’ का देश के कई राज्यों में विरोध उग्र होता जा रहा है। तो वहीं राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी लगातार आ रही हैं। सोमवार के समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव व बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने इसको लेकर एक बार फिर सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने कहा कि विरोध देख लग रहा है कि भाजपा ने अपना जनाधार खो दिया है। वहीं मायावती ने कहा कि सैन्य भर्ती स्कीम ने काफी निराश व हताश किया है।
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अखिलेश ने कहा कि देश के युवाओं में वर्तमान के प्रति निराशा-हताशा और भविष्य के प्रति आशंका-असुरक्षा का भाव, देश के विकास के लिए घातक साबित होता है। सरकारों का दायित्व देश के वर्तमान को सुधारना व भविष्य को संवारना होता है। भाजपा सरकार का चतुर्दिक विरोध दर्शा रहा है कि भाजपा ने जनाधार खो दिया है।
’अग्निपथ’ सैन्य भर्ती स्कीम ने काफी निराश व हताश किया- मायावती
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ऐसे समय में जब मुट्ठीभर लोगों को छोड़कर देश की विशाल आबादी में से खासकर युवा वर्ग गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, तनाव आदि के अग्निपथ पर हर दिन बिना थके-हारे जीवन संघर्ष को मजबूर हैं, उन्हें केन्द्र की अल्पावधि ’अग्निपथ’ सैन्य भर्ती स्कीम ने काफी निराश व हताश किया है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार द्वारा रेलवे, सेना व अर्द्धसैनिक बल आदि में भर्ती की संख्या व संभावना को अति-सीमित करने का ही परिणाम है कि खासकर ग्रामीण परिवेश के हिम्मतवर नौजवान काफी असहाय व ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं तथा भविष्य को अंधकार में पाकर उनका आक्रोश उबाल पर है, जिसे सही से संभालना जरूरी।
मायावती ने कहा कि केन्द्र से पुनः अनुरोध है कि देश के भविष्य इन पीड़ित नौजवानों के दर्द व इनके भविष्य के मुद्दे को गंभीरता से लेकर अपने फैसले पर पुनर्विचार करे तथा देश की सुरक्षा से सम्बंधित ऐसे अहम मामलों में संसद को विश्वास में जरूर ले। नौजवानों से भी अपील है कि वे संयम जरूर बरतें।