
लखनऊ. ललितपुर और चंदौली घटना की सीबीआई से जांच कराने की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी ने प्रदेश भर में यूपी सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी जिला मुख्यालयों पर मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। चंदौली और ललितपुर की घटना में दोषियों को सजा दिलाने की मांग की गई। लखनऊ में आम आदमी पार्टी का नेतृत्व कर रहे इंजीनियर अजय कुमार और आलोक सिंह ने चंदौली में पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग की। उन्होंने कहा कि चंदौली और ललितपुर में सीधे-सीधे अपराध में शामिल पुलिसवालों की जांच खुद पुलिसवाले करेंगे तो न्याय मिलने में संदेह है। उन्होंने दोनों घटनाओं की जांच हाईकोर्ट की निगरानी में सीबीआई से कराने की मांग की है।
लखनऊ के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में कार्यकर्ता दोपहर 12 बजे जिला मुख्यालय कलेक्ट्रेट आफिस कैसरबाग पहुंचे। यहां उन्होंने इकट्ठा होकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी विरोध प्रदर्शन किया इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन को जिलाधिकारी को सौंपा।
AAP की मांग
पार्टी नेताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने यह तय किया है कि उत्तर प्रदेश में हो रही ऐसी घटनाओं पर हम शांत और चुप नहीं बैठ सकते। ललितपुर में सीधे-सीधे अपराध में शामिल पुलिसवालों की जांच खुद पुलिसवाले करेंगे तो न्याय मिलने में संदेह है। दोनों घटनाओं की जांच हाइकोर्ट की निगरानी में सीबीआई से करने की मांग पार्टी करती है। यूपी के योगी सरकार पर हमला बोलते हुए पार्टी नेताओं ने कहा कि प्रयागराज की घटना याद दिलाई। नेताओं ने दो-दो परिवारों के सामूहिक हत्याकांड पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि परिवार का परिवार साफ कर दिया जाता है। योगी जी बुलडोजर चलवाकर वाहवाही लूटने में व्यस्त रहते हैं जबकि उनके थानों में न्याय मांगने वालों के साथ दुराचार किया जाता हैं। उन्होंने प्रयागराज में पीड़ित परिवार राहुल तिवारी और सुनील यादव के मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग की।
प्रदर्शन के दौरान ये रहे मौजूद
आज के विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से अफरोज आलम, सुभाषणी मिश्रा, नीतू अग्रवाल, अनुज पाठक, ललित तिवारी, ललित बाल्मीकि, राजेन्द्र राजसी, संगीता वर्मा, महमूद भाई माजिद, कमर अब्बास, हर्षित, सलमान, रामचंद्र, बी एन खरे, पंकज यादव, सईद अहमद, साजन जॉनसन सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।