
लखनऊ. इंटरनेट नेटवर्क की पांचवीं जनरेशन को 5G कहा जाता है। यह एक वायरलेस ब्रॉडबैंड इंटरनेट सेवा है, जो तरंगों के जरिए हाई स्पीड इंटरनेट सेवा देती है। इसमें मुख्य रूप से तीन तरह के फ्रीक्वेंसी बैंड होते हैं। लो फ्रीक्वेंसी बैंड, मिड फ्रीक्वेंसी बैंड और हाई फ्रीक्वेंसी बैंड। लो फ्रीक्वेंसी बैंड यानी एरिया कवरेज में सबसे बेहतर, इंटरनेट स्पीड 100 एमबीपीएस, इसकी इंटरनेट स्पीड कम होती है। मिड फ्रीक्वेंसी बैंड, जिसकी इंटरनेट स्पीड लो बैंड से ज्यादा 1.5 जीबीपीएस होती है। वहीं एरिया कवरेज लो फ्रीक्वेंसी बैंड से कम होता है, तो यह सिग्नल के मामले में अच्छा होता है। वहीं हाई फ्रीक्वेंसी बैंड की इंटरनेट स्पीड सबसे ज्यादा 20 जीबीपीएस होती है। इसका एरिया कवर सबसे कम और सिग्नल के मामले में यह काफी अच्छा होता है। अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि 5G इंटरनेट सेवा के शुरू होने से भारत में क्या बदलने वाला है।