
लखनऊ. वर्क लाइफ को बैलेंस करने की दिशा में UAE ने बड़ा फैसला लिया है। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने हफ्ते में काम के अपने आधिकारिक समय में कटौती करने का फैसला लिया है। अब यहां कर्मचारियों को पांच की जगह साढ़े चार दिन काम करना होगा। यानी वीकेंड की छुट्टी शुक्रवार की दोपहर 12 बजे से शुरू होगी और रविवार तक रहेगी। यह जानकारी UAE के सरकारी अधिकारियों ने दी है। इसे लेकर Iceland, Japan, Scotland, New Zealand (NZ), Spain देशों में सहमति बन गई है। एक जनवरी 2022 से देश में सरकारी ऑफिसों के लिए नेशनल वर्किंग वीक व्यवस्था को लागी करना कंपलसरी हो जाएगा। यूएई ने इसे दुनिया में सबसे छोटे काम करने के हफ्ते की व्यवस्था बताई है।
1 जनवरी 2022 से 4.5 दिन के Work Week की सहमति बनी
UAE में करीब 34 लाख भारतीय, यानी पूरी आबादी के करीब 30% भारतीय हैं। ऐसे में यह उनके चेहरों पर भी स्माइल लाने वाली खबर है। अब यूएई में वीकएंड शुक्रवार दोपहर से शुरू होकर रविवार तक रहेगा। नया नियम 1 जनवरी, 2022 से लागू होगा। वर्किंग वीक को घटाकर चाढ़े चार दिन का कर दिया जाएगा। यानी वहां कर्मचारियों को अब हफ्ते में साढ़े चार दिन काम करना होगा और ढाई दिन की छुट्टी मिलेगी। अधिकारियों का कहना है कि यूएई सरकार का यह कदम यहां सकारात्मक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने में मददगार साबित होगा।
दफ्तर जाने वालों को सुकून देने वाली खबर
सरकारी समाचार एजेंसी डब्ल्यूएएम के मुताबिक यूएई दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है, जिसने वैश्विक स्तर की व्यवस्था (सप्ताह में पांच दिन काम) के मुकाबले काम के लिए निर्धारित सबसे छोटा हफ्ता बनाया है। नए आदेश के मुताबिक अगर कोई कर्मचारी शुक्रवार को वर्क फ्रॉम होम करना चाहता है तो उसे ऐसा करने की अनुमति मिलेगी। यह कदम यहां के कर्मचारियों को काम और निजी जीवन के बीच बेहतर संतुलन बनाने में काफी मदद करेगा।
फैसले के पीछे की यह है वजह
कर्मचारियों के वर्किंग ऑवर्स को घटाने का फैसला क्यों लिया गया, अब इसकी वजह भी जान लीजिए। दरअसल संयुक्त अरब अमीरात सरकार का कहना है कि ऐसा करने की वजह है प्रोडक्टिविटी। अगर हम अपने कर्मचारियों को काम के बदले उतना ही आराम देंगे तो प्रोडक्टिविटी में इजाफा होगा। ऐसा होने पर सीधे तौर पर देश को ही फायदा पहुंचेगा, इसलिए यह कदम उठाया गया है।
सरकार के फैसले से कर्मचारी खुश
डब्ल्यूएम की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है आर्थिक नजरिये से यह नई व्यवस्था यूएई को वैश्विक बाजार के साथ कहीं बेहतर तरीके से जोड़ेगा। इसके साथ ही देश की आर्थिक प्रतिस्पर्धा को बेहतर करने के लिए हमारे प्रदर्शन को बढ़ाने में भी इससे मदद मिलेगी। इस फैसले से दुनिया के बाकी देशों के साथ देश की आर्थिक गतिविधियां भी बेहतर होंगी। वहीं UAE सरकार के इस फैसले से कर्मचारी खुश हैं। हालांकि, प्राइवेट सेक्टर में ऐसा होगा या नहीं, इस पर कोई जानकारी नहीं जारी की गई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां की प्राइवेट कंपनियां खुद फैसला लेंगी कि ऐसा करना है या नहीं. लेकिन नई गाइडलाइंस से सरकारी कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है।